बाजार में कई कीटो ब्रान्ड्स उपलब्ध हैं। सभी असली और भरोसेमंद कीटो सप्लायर होने का दावा करते हैं। लेकिन कुछ ही महीनों के इस्तेमाल के बाद आपकों ये पता चल जाता है के आपने नकली ब्रान्ड्स पर अपना पैसा बर्बाद कर दिया और आपका वजन जरा भी नहीं घटा। हमारे कीटो ने मोटापे को कम करने में अपना सिक्का मनवाया है। यह चर्बी कम करने के लिए एक असरदार तरीके के तौर पर उभर कर सामने आया है। यह फिट रहने का और एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने वाले के लिए उत्तम है। इसे अपनाइए और अपने फिटनेस गोल्स को पूरा कर अपने जीवन को बदलता देखिये। आप चाहे कामकाजी हो, ग्रहिणी हो, कसरत के शौकीन हों, खेल कूद में दिलचस्पी रखते हो या बिजनेस करते हो, चुस्त और दुरुस्त रहने में कीटो आपकी सभी जरूरतों को पूरा करेगा।
डाइटिंग करना खाने में कार्बोहाइड्रेट्स की वजह से फेल हो जाता है। शरीर फैट की जगह कार्बोहाइड्रेट्स को जला कर ऊर्जा पैदा करता है। ऐसा करना शरीर के लिए उपयुक्त और आसान है।
1. जैसे जैसे कार्बोहाइड्रेट्स की खपत होती है शरीर फैट को संचित करने लगता है क्योंकि यह एक आसान ऊर्जा स्रोत है। शरीर के ऐसा करने से मोटापा बढ़ने लगता है।
2. कार्बोहाइड्रेट्स हमारे शरीर के लिए उपयुक्त ऊर्जा स्रोत नहीं है। इसीलिए किसी शारीरिक या मानसिक क्रिया के बाद हमें थकान और दुर्बलता महसूस होती है।
जो लोग मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं उनकी पहली पसन्द कीटो है। हमारा कीटो प्रोडक्ट मोटापे और वनज बढ़ने के खिलाफ लड़ने के लिए बना है। यह दोनो ही आपके तन्दुरूस्त जीवनशैली के विपरीत है। ऐसी चुनौतियों का सामना करने के लिए हम अपने कीटो प्रोडक्ट में एचसीए फार्मूला के साथ प्राकृतिक तत्व है का इस्तेमाल करते है जिससे आपका वजन कम होता है।
1. कीटो तल्लीनता की क्षमता और तनाव पैदा करने वाले हार्मोन्स को घटा कर मानसिक अवस्था में सुधार लाता है। कीटो शारीरिक प्रदर्शन को बेहतर बनाते हुए शारीरिक प्रदर्शन को बेहतर बनाते हुए शारीरिक ऊर्जा बढ़ाता है और दिमाग को चुस्त रखता है।
2. हमारे कीटो उत्पाद से आप बिना भूखे रहे, बिना कसरत करे या अपने मनपसंद खाने का त्याग करे अपना वजन आसानी से कम कर सकते हैं।
कीटोजेनिक डाइट कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को हर रोज ग्रहण की गई कैलोरीज के मुकाबले घटा कर 5 प्रतिशत या उससे भी कम करने की एक प्रक्रिया है। इस डाइट में शरीर खून में कीटोन्स को रिलीज करता है। शरीर के अधिकतर जीवकोश खून में मौजूद ब्लड शुगर से ऊर्जा बनाते हैं। यह ब्लड शुगर कार्बोहाइड्रेट्स से आता है। जब शरीर में खाने से मिलने वाले ब्लड शुगर का अभाव हो तब शरीर फैट को मोलेक्यूल्स में परिवर्तित करने की प्रक्रिया शुरू करता है। इस प्रक्रिया शुरू करता है। इस प्रक्रिया को कीटोसिस कहते हैं।
यूं भी कह सकते हैं कि कीटोसिस एक मेटाबालिक प्रक्रिया है। मानव शरीर इस प्रक्रिया को स्वतः करता है। कीटोसिस फैट को ऊर्जा में बदलने का एक बेहतरीन तरीका है। खाने से मिलने वाले कार्बोहाइड्रेट्स के अभाव में कीटोसिस में फैट पिघल कर ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है और इस प्रक्रिया में कीटोन्स का उत्पाद होता है।
कीटो का मतलब है कीटोन्स की उत्पत्ति। यह एक ऐसा पदार्थ है जिसे हमारा दिमाग ऊर्जा के स्रोत की तरह इस्तेमाल करता है। फैट के बायोकैमिकल रिएक्शन से कीटोन्स का जन्म होता है। खाने में मौजूद फैट्स, प्रोटीन्स और कार्बोहाइड्रेट्स कीटोन्स की मात्रा में इजाफा करते हैं और कीटोजेनिक डाइट की शुरूआत होती है।
For any question email us: [email protected]
Or call us:+91 124-461-8222
Timing: 10:00 AM to 7:00 PM IST (Monday to Saturday)